सभी जोन के महाप्रबंधक अपने जोन मे आने वाले मंडलो का वार्षिक निरीक्षण करते है । यह साल मे एक बार मंडल के किसी भी रेल खंड पर निरीक्षण जरूर करते थे और उनके साथ मंडल के सभी बडे अधिकारी होते थे । निरीक्षण से काफी दिन पहले इनका सेड्यूल तय होता था की किस दिनांक को कौन सा मंडल मे किस रेल खंड पर निरीक्षण करना है आने और जाने का पूरा समय और कब और कहॉ विश्राम करेंगे यह सब कुछ पहले से ही तय किया जाता था ।
दिनांक 31-12-2022 को रेलवे बोर्ड के निदेशक सीआरबी और सीईओ के अनुमोदन के बाद एक पत्र जारी किया गया है इसके मुताबिक अब महाप्रबंधक के मंडल और वर्कशॉप के वार्षिक निरीक्षण को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया गया है ।
यह क्यो किया गया है इसका कारण तो इस पत्र मे नही लिखा गया है लेकिन माना जा रहा है की रेलमंत्री श्री अशिवनी वैष्णव वर्षो से चली आ रही व्यवस्था को बदलना चाहते है और रेलवे के वर्क कल्चर मे सुधार करना चाहते है क्योकी कुछ दिन पहले भी आपलोगो ने सुना होगा की रेलवे बोर्ड मे कई सारे पूरानी प्रथाए जैसे बडे अधिकारीयो को सैल्यूट देना और उनके लिये रेलवे बोर्ड मे अलग दरवाजे से प्रवेश करना और निकलना जैसी प्रथाओ को भी समाप्त किया है ।
लेकिन मंडल/वर्कशॉप मे महाप्रबंधक का वार्षिक दौरा करने से क्या फर्क पङता था और नही करने से क्या फर्क पङेगा यह विचारनीय है । जहॉ तक रेलवे कर्मचारियो का मानना है की महाप्रबंधक के वार्षिक निरीक्षण जहॉ होना होता था वहॉ वर्षो ठप पङे काम को जल्दी से पूरी कर ली जाती थी और कर्मचारियो के शिकायत का निपटारा भी तूरंत हो जाता था ।
बाकी आपलोगो की क्या प्रतिक्रिया है आप जरूर कमेंट करे ।